पंजाब में कांग्रेस के भीतर उतपन्न हुए विवाद को लगभग सुलझा लिया गया है और कांग्रेस आलाकमान ने बिच का रास्ता भी निकाल लिया है. हालाँकि, इस मुद्दे पर कांग्रेस के कोई नेता खुलकर बोलने से बचते रहें मगर सूत्र बता रहें हैं कि अब सब ठीक है. आज सूबे के मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने 3 सदस्यीय कमिटी के सामने दिल्ली पहुँच कर अपना पक्ष रखा. कमिटी में राज्यसभा नेता विपक्ष मलिकार्जुन खरगे भी थें. अन्दर खाने क्या बात हुई अभी इस पर कोई ठोस जानकारी नहीं है.

मगर मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री सिंह ने कहा कि ये पार्टी का अंदरूनी मामला है और इसे पब्लिक डोमेन में नहीं रखा जा सकता है. हाँ उन्होंने नवजोत सिंह सिद्धू के साथ जारी विवाद पर ब्रेक लगाते हुए कहा कि कांग्रेस के सभी नेता एक साथ आने वाले चुनाव में पार्टी की जीत सुनिश्चित करेंगे. मतभेद जो भी थें वो अब नहीं है. सिंह का ये दावा साफ़ दिखा रहा है कि कांग्रेस ने बिच का रास्ता निकाल लिया है और जो भी नाराजगी है उसे दूर कर दिया गया है. हालाँकि सूत्र बताते हैं कि आने वाले दिनों में कुछ बदलाव देखने को मिल सकता है. डिप्टी सिएम के रूप में नवजोत सिंह सिद्धू सरकार का हिस्सा बन सकते हैं.