6 महीने से ज्यादा समय से किसान आन्दोलन चला आ रहा है. तमाम कोशिश के बाद भी भाजपा की सरकार किसान आन्दोलन को खत्म नही करवा पाई है. कभी आन्दोलन को बदनाम करने के लिए इसे आंतकी संगठनों से जोड़ा गया तो कभी इंटरनेशनल साजिश तक बताया गया. मगर किसान डटें रहें. किसानों के संगठन ने साफ़ कर दिया है कि जब तक कृषि कानूनों को केंद्र सरकार वापस नहीं ले लेती तब तक वो आन्दोलन जारी रखेंगे. मगर उद्योग जगत के दवाब में सरकार ये फैसला अभी तक नहीं कर पाई है.
अब खबर है कि यूपी में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए किसान संगठन तैयारी में जुट गए हैं. किसान संगठन का अच्छा खासा वर्चस्व है यूपी के इलाकों में ऐसे में ये बात साफ़ है कि बीजेपी को हराने के लिए किसान संगठन प्रदेश में महापंचायत का आयोजन कर सकते है. किसान के साथ सरकार के रवैये से ऐसे हीं जनमानस में नाराजगी है, किसान संगठन बीजेपी को सिर्फ यूपी हीं नहीं बल्कि पंजाब जैसे राज्य जहाँ अगले साल चुनाव होने वाले है वहाँ हार की तरफ ले जा सकते हैं.